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प्रति गाय से भाग करे तो 120 करोड़ /20 करोड़ = 6 रुपए प्रति गाय ! वो भी साल के ! वो जब पूरी ईमानदारी से खर्च हो !
6 रूपये प्रति गाय से क्या सरक्षण होगा और क्या उनकी नस्ल मे सुधार होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं मित्रो !! कुछ मूर्ख कुतर्क कर सकते है की हमेशा धनराशि को प्रति गाय के हिसाब से क्यों बाँट रहे हो ?? एक साथ निवेश करने से अधिक लाभ होता है !!तो और सुन लीजिये मित्रो ! भारत की सबसे बड़ी गौशाला है राजस्थान मे ! नाम है पथमेड़ा गौशाला 2 लाख अधिक भारतीय नस्ल की गाय का देखभाल करती है ! 2 लाख गायों के रख रखाव का खर्चा प्रति दिन 1 करोड़ से ज्यादा का है ! हाँ पूरे एक करोड़ से ज्यादा का !! आप मोटा मोटा हिसाब लगा लीजिये इतनी महंगाई मे एक गाय के तीन वक्त का चारा ,और साफ-सफाई का खर्च 100 रुपए से ज्यादा का है !2 लाख गाय है 100 से गुणा कर दीजिये = 20,000,000 (2 करोड़ रुपए ) प्रति दिन खर्चा एक साथ खर्चा करने पर मान लीजिये खर्चा कम पड़ता हो तो भी आराम से 1 करोड़ प्रतिदिन का होता है !! पथमेड़ा गौशाला मे फोन करके पूछ लीजिये तो 2 लाख गायों का 1 करोड़ प्रति दिन का खर्चा !तो महीने का 30 करोड़ और 4 महीने का 30x4 =120 करोड़ !!
तो मित्रो 120 करोड़ रूपये तो मात्र 2 लाख गायों पर ही 4 महीने मे खत्म हो जाते है !
20 करोड़ गाय जो सरकार ने आंकड़ा बताया है ! उसके लिए 120 करोड़ से क्या सरक्षण होगा,क्या रख रखाव होगा ,क्या नस्ल सुधरेगी आप अनुमान लगा सकते है !तो जैसा मैंने पहले कहा मित्रो ये 120 करोड़ का ड्रामा बस आपको कुछ दिन चुप करवाने के लिए ही किया गया है !! ताकि पूर्ण रूप से गौ ह्त्या की मांग ठंडे बस्ते मे पड़ जाए ! अब पढ़िये सबसे भयंकर बात !!मित्रो एक तरफ सरकार देशी गायों की नस्ल सुधारने के लिए 120 करोड़ दे रही है तो दूसरी तरफ देशी गायों की नस्ल को बर्बाद करने के लिए 80 विदेशी (जर्सी ,होलेस्टियन ,फ्रीजियन) सांडो को डेन्मार्क देश से आयात करेगी !! और इसके लिए बहाना वही लगाया जा रहा है की देशी गाय की नस्ल मे सुधार होगा दूध का उत्पादन बढ़ेगा सरकार का एक मंत्रालय है(NDDB), National Dairy Development Board उसमे बैठे मूर्खो के मूर्ख ये काम करने जा रहे है ! जैसे मैंने ऊपर बताया उसी तरह विदेशी सांडो का वीर्य लेकर देशी गौ माता मे इंजेक्शन से ठोका जाएगा ! और नस्ल सुधारने की बजाय खराब की जाएगी !अगर सरकार की सच मे दूध उत्पादन बढ़ाने की ही नियत है तो भाई देश मे प्रति वर्ष 3 करोड़ गौ माता का कत्ल किया जा रहा है ! 8 लाख मीट्रिक टन गाय गौ वंश के मांस का उत्पादन होता है निर्यात होता है !
कत्लखाने बंद करो ,करोडो लीटर दूध उत्पादन बढ़ जाएगा ! क्योंकि नहीं करते कत्लखाने बंद ???
1 देशी गाय साल मे 8 से 10 महीने दूध देती है ! और सुबह शाम दो समय देती है !
देशी गाय ओसतन 1 समय मे 4 से 5 लीटर दूध देती है ! दिन मे 2 बार के हिसाब से 10 लीटर हो गया !!
आप दिन का 5 लीटर ही मान लो ! 10 महीने देती है आप 8 महीने ही मान लो !!
6 रूपये प्रति गाय से क्या सरक्षण होगा और क्या उनकी नस्ल मे सुधार होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं मित्रो !! कुछ मूर्ख कुतर्क कर सकते है की हमेशा धनराशि को प्रति गाय के हिसाब से क्यों बाँट रहे हो ?? एक साथ निवेश करने से अधिक लाभ होता है !!तो और सुन लीजिये मित्रो ! भारत की सबसे बड़ी गौशाला है राजस्थान मे ! नाम है पथमेड़ा गौशाला 2 लाख अधिक भारतीय नस्ल की गाय का देखभाल करती है ! 2 लाख गायों के रख रखाव का खर्चा प्रति दिन 1 करोड़ से ज्यादा का है ! हाँ पूरे एक करोड़ से ज्यादा का !! आप मोटा मोटा हिसाब लगा लीजिये इतनी महंगाई मे एक गाय के तीन वक्त का चारा ,और साफ-सफाई का खर्च 100 रुपए से ज्यादा का है !2 लाख गाय है 100 से गुणा कर दीजिये = 20,000,000 (2 करोड़ रुपए ) प्रति दिन खर्चा एक साथ खर्चा करने पर मान लीजिये खर्चा कम पड़ता हो तो भी आराम से 1 करोड़ प्रतिदिन का होता है !! पथमेड़ा गौशाला मे फोन करके पूछ लीजिये तो 2 लाख गायों का 1 करोड़ प्रति दिन का खर्चा !तो महीने का 30 करोड़ और 4 महीने का 30x4 =120 करोड़ !!
तो मित्रो 120 करोड़ रूपये तो मात्र 2 लाख गायों पर ही 4 महीने मे खत्म हो जाते है !
20 करोड़ गाय जो सरकार ने आंकड़ा बताया है ! उसके लिए 120 करोड़ से क्या सरक्षण होगा,क्या रख रखाव होगा ,क्या नस्ल सुधरेगी आप अनुमान लगा सकते है !तो जैसा मैंने पहले कहा मित्रो ये 120 करोड़ का ड्रामा बस आपको कुछ दिन चुप करवाने के लिए ही किया गया है !! ताकि पूर्ण रूप से गौ ह्त्या की मांग ठंडे बस्ते मे पड़ जाए ! अब पढ़िये सबसे भयंकर बात !!मित्रो एक तरफ सरकार देशी गायों की नस्ल सुधारने के लिए 120 करोड़ दे रही है तो दूसरी तरफ देशी गायों की नस्ल को बर्बाद करने के लिए 80 विदेशी (जर्सी ,होलेस्टियन ,फ्रीजियन) सांडो को डेन्मार्क देश से आयात करेगी !! और इसके लिए बहाना वही लगाया जा रहा है की देशी गाय की नस्ल मे सुधार होगा दूध का उत्पादन बढ़ेगा सरकार का एक मंत्रालय है(NDDB), National Dairy Development Board उसमे बैठे मूर्खो के मूर्ख ये काम करने जा रहे है ! जैसे मैंने ऊपर बताया उसी तरह विदेशी सांडो का वीर्य लेकर देशी गौ माता मे इंजेक्शन से ठोका जाएगा ! और नस्ल सुधारने की बजाय खराब की जाएगी !अगर सरकार की सच मे दूध उत्पादन बढ़ाने की ही नियत है तो भाई देश मे प्रति वर्ष 3 करोड़ गौ माता का कत्ल किया जा रहा है ! 8 लाख मीट्रिक टन गाय गौ वंश के मांस का उत्पादन होता है निर्यात होता है !
कत्लखाने बंद करो ,करोडो लीटर दूध उत्पादन बढ़ जाएगा ! क्योंकि नहीं करते कत्लखाने बंद ???
1 देशी गाय साल मे 8 से 10 महीने दूध देती है ! और सुबह शाम दो समय देती है !
देशी गाय ओसतन 1 समय मे 4 से 5 लीटर दूध देती है ! दिन मे 2 बार के हिसाब से 10 लीटर हो गया !!
आप दिन का 5 लीटर ही मान लो ! 10 महीने देती है आप 8 महीने ही मान लो !!
Darshan Raana Crime Beuro Chief All Punjab
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