Monday, 4 August 2014

Gau Mata awara nahi,darshan raana crime chief beuro punjab

1.     

 5 लीटर रोज का

1 महीने मे 30 दिन तो महीने का 5x30 =150 लीटर !

8 महीने का 150x8= 1200 लीटर दूध (प्रति वर्ष एक गाय )

3 करोड़ गाय प्रति वर्ष काटी जाती है ! आप मान लो दूध देने वाली 1 करोड़ ही हो !

तो 1 गाय एक वर्ष मे 1200 लीटर दूध !

तो 1 करोड़ गाय देंगी एक वर्ष मे देंगी 1200 करोड़ लीटर दूध

( ये हमने कम से कम लगाया है )

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तो भईया सरकार की नियत अगर सच मे दूध का उत्पादन बढ़ाने की है कत्लखाने बंद करवाओ ना की ये विदेशी सांडो का आयात करके मूर्खता वाले काम करो ! एक तो सरकार 
पहले ही विधवा विलाप कर रही है की बजट घाटा इतना बढ़ गया तो क्योंकि फिर फालतू के सांडो को आयात कर विदेशी मुद्रा खर्च कर रही है ??? और दूध उत्पादन बढ़ाने के चक्कर मे बची कूची भारतीय गायों की नस्ल को खराब कर रही है ??


मोदी सरकार मे अगर दम है तो 3 करोड़ 32 लाख 50 हजार एकड़ ज़मीन है गोचर भूमि की बस इसको खाली कर दो।बिना गोचर भूमि के गौमाता की रक्षा नही हो सकती  
गौमाता चारे के अभाव में भूखी मर है गौशाला के अन्दर सडको पर पालीथीन खा रही है 

और सरकार 150 करोड़ देकर चमत्कार कर रही है। गौमता को तुम्हारा अहसान नही चाहिए मोदी जी बस कत्लखाना बंद कर दो और गोचर भूमि खाली करा दो। गौहत्या करने वालो को मौत की सजा दे दो। विदेशी नस्ल को भारत में बंद कर दो।

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  हमारे मूर्ख नीति निर्धारकों ने दूध की मात्रा को गौमाता की उपयोगिता का मापदंड बना दिया। भारतीय संस्कृति का इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता था। मित्रो हमने अपनी कमियों को सुधारने की बजाय अपनी गौमाता पर ही कम दूध देने का लांछन लगा दिया। इतिहास गवाह है कि भारत वर्ष में जब तक गौ वास्तव में माता जैसा व्यवहार पाती थीउसके रख-रखाव, आवास, आहार की उचित व्यवस्था थी, देश में कभी भी दूध का अभाव नहीं रहा।

जय गौ माता ,जय भारत माता !

मैं लिखकर अपना कर्तव्य पूरा कर दिया मित्रो !
अब आप अधिक से अधिक share कर अपना कर्तव्य निभाएँ !

वन्देमातरम !an Raana Crime Chief Beuro Punjab


2.     Darshan Raana1
गाय सड़क पर आवारा घूमती है !
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मित्रो गाय आवारा नहीं है, आवारा वो होता है जिसका खुद का घर हो फिर भी बाहर घूमता हो, गायों के हिस्से की 3 करोड़ 32 लाख 50 हजार एकड़ ज़मीन गोचर भूमि भूमि पिछले कुछ वर्षो मे भ्रष्ट नेताओ और अधिकारियों, ग्राम पंचायतों द्वारा हड़प ली गई उस पर नाजायज कबजें है,

गाय आवारा नहीं है मित्रो वो बेसहारा है 

आगे जरूर पढे मित्रो !!!
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मित्रों कुछ वर्षो से एक नया ड्रामा चला है, कृत्रिम रूप (artificial insemination ) से गौ माता को गर्भधारण करवाया जाता है जिसमे बैल का वीर्य इंजेक्शन मे लेकर, गौ माता को लगा दिया जाता है !! दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए हमने अपनी गौमाता की नस्ल बदलने की ठान ली है और इसके लिए कृत्रिम गर्भाधान का रास्ता अपनाया ! पश्चिम की नकल करने के पहले हम यह भूल गए कि वहां गायों को दूध के साथ-साथ मांस के लिए भी पाला जाता है। वहां कम से
मित्रो गाय आवारा नहीं है, आवारा वो होता है जिसका खुद का घर हो फिर भी बाहर घूमता हो, गायों के हिस्से की 3 करोड़ 32 लाख 50 हजार एकड़ ज़मीन गोचर भूमि भूमि पिछले कुछ वर्षो मे भ्रष्ट नेताओ और अधिकारियों, ग्राम पंचायतों द्वारा हड़प ली गई उस पर नाजायज कबजें है,

गाय आवारा नहीं है मित्रो वो बेसहारा है 

आगे जरूर पढे मित्रो !!!
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मित्रों कुछ वर्षो से एक नया ड्रामा चला है, कृत्रिम रूप (artificial insemination ) से गौ माता को गर्भधारण करवाया जाता है जिसमे बैल का वीर्य इंजेक्शन मे लेकर, गौ माता को लगा दिया जाता है !! दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए हमने अपनी गौमाता की नस्ल बदलने की ठान ली है और इसके लिए कृत्रिम गर्भाधान का रास्ता अपनाया ! पश्चिम की नकल करने के पहले हम यह भूल गए कि वहां गायों को दूध के साथ-साथ मांस के लिए भी पाला जाता है। वहां कम से कम समय में कम से कम खर्चे पर अधिक से अधिक दूध और मांस उत्पादन के लिए कृत्रिम गर्भाधान को सबसे कारगर माना गया। सन 1931 में रूस में सबसे पहले बड़े स्तर पर कृत्रिम गर्भाधान की योजना बनाई गई। आज लगभग सभी पाश्चात्य देशों में कृत्रिम गर्भाधान का रिवाज है।
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लेकिन अब इन अंग्रेज़ो ने और नई चाल-चली है जब से इनको पता चला है की भारतीय लोग देशी गाय और सूअर से विकसित विदेशी गाय (जर्सी, होलेस्टियन, फ्रीजियन) मे अंतर समझने लगे है !! तब से इन अंग्रेज़ो ने हमारी देशी गाय की नस्ल को भी बर्बाद करने का नया यड्यंत्र रचा है !

ये क्या कर रहे है कि कृत्रिम गर्भधारण विधि द्वारा विदेशी (जर्सी, होलेस्टियन ,फ्रीजियन) सांडो का वीर्य लेकर भारतीय
पूर्ण रूप से गौ ह्त्या पर प्रतिबंध लगा दिया हो !!

और सुनिए मित्रो !

सरकार ने कहा है की इस 120 करोड़ रूपये से देश मे 20 करोड़ देशी नस्ल की गाय के सरक्षण के लिए खर्च होंगे !

20 करोड़ गायों के सरक्षण के लिए 120 करोड़ कितनी बड़ी रकम है ??

प्रति गाय से भाग करे तो 120 करोड़ /20 करोड़ = 6 रुपए प्रति गाय ! वो भी साल के ! वो जब पूरी ईमानदारी से खर्च हो !

6 रूपये प्रति गाय से क्या सरक्षण होगा और क्या उनकी नस्ल मे सुधार होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं मित्रो !!
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कुछ मूर्ख कुतर्क कर सकते है की हमेशा धनराशि को प्रति गाय के हिसाब से क्यों बाँट रहे हो ?? एक साथ निवेश करने से अधिक लाभ होता है !!

तो और सुन लीजिये मित्रो !

विश्व की सबसे बड़ी गौशाला है राजस्थान मे ! नाम है "गौ धाम पथमेड़ा गौशाला" 2 लाख से अधिक भारतीय नस्ल की गाय का देखभाल करती है ! 2 लाख गायों के रख रखाव का खर्चा प्रति दिन 1 करोड़ से ज्यादा का है !

जी हाँ पूरे एक करोड़ से ज्यादा का !! आप मोटा मोटा हिसाब लगा लीजिये इतनी महंगाई मे एक गाय के तीन वक्त का चारा, और साफ-सफाई का खर्च 100 रुपए से ज्यादा का है !

2 लाख गाय है 100 से गुणा कर दीजिये = 20,000,000 (2 करोड़ रुपए ) प्रति दिन खर्चा !!

एक साथ खर्चा करने पर मान लीजिये खर्चा कम पड़ता हो तो भी आराम से 1 करोड़ प्रतिदिन का होता है !! पथमेड़ा गौशाला मे फोन करके पूछ लीजिये तो 2 लाख गायों का 1 करोड़ प्रति दिन का खर्चा !

तो महीने का 30 करोड़ ! और 4 महीने का 30x4 =120 करोड़ !!

तो मित्रो 120 करोड़ रूपये तो मात्र 2 लाख गायों पर ही 4 महीने मे खत्म हो जाते है !

20 करोड़ गाय जो सरकार ने आंकड़ा बताया है ! उसके लिए 120 करोड़ से क्या सरक्षण होगा ??? क्या रख रखाव होगा ?? क्या नस्ल सुधरेगी आप अनुमान लगा सकते है !

तो जैसा मैंने पहले कहा मित्रो ये 120 करोड़ का ड्रामा बस आपको कुछ दिन चुप करवाने के लिए ही किया गया है !! ताकि पूर्ण रूप से गौ ह्त्या की मांग ठंडे बस्ते मे पड़ जाए !!
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और अब पढ़िये सबसे भयंकर बात !!

मित्रो एक तरफ सरकार देशी गायों की नस्ल सुधारने के लिए 120 करोड़ दे रही है तो दूसरी तरफ देशी गायों की नस्ल को बर्बाद करने के लिए 80 विदेशी (जर्सी, होलेस्टियन, फ्रीजियन) सांडो को डेन्मार्क देश से आयात करेगी !! और इसके लिए बहाना वही लगाया जा रहा है की देशी गाय की नस्ल मे सुधार होगा दूध का उत्पादन बढ़ेगा !

सरकार का एक मंत्रालय है(NDDB), National Dairy Development Board उसमे बैठे मूर्खो के मूर्ख ये काम करने जा रहे है ! जैसे मैंने ऊपर बताया उसी तरह विदेशी सांडो का वीर्य लेकर देशी गौ माता मे इंजेक्शन से ठोका जाएगा ( देशी गाली में दूँ तो भारतीय गौ वंश का विदेशी सांडों से बलात्कार होगा ) ! और नस्ल सुधारने की बजाय खराब की जाएगी !

अगर सरकार की सच मे दूध उत्पादन बढ़ाने की ही नियत है तो भाई देश मे प्रति वर्ष 3 करोड़ गौ माता का कत्ल किया जा रहा है ! 8 लाख मीट्रिक टन गाय गौ वंश के मांस का उत्पादन होता है निर्यात होता है !

कत्लखाने बंद करो ,करोडो लीटर दूध उत्पादन बढ़ जाएगा ! क्योंकि नहीं करते कत्लखाने बंद ???

1 देशी गाय साल मे 8 से 10 महीने दूध देती है ! और सुबह शाम दो समय देती है ! देशी गाय ओसतन 1 समय मे 4 से 5 लीटर दूध देती है ! दिन मे 2 बार के हिसाब से 10 लीटर हो गया !!

आप दिन का 5 लीटर ही मान लो ! 10 महीने देती है आप 8 महीने ही मान लो !!

5 लीटर रोज का !

1 महीने मे 30 दिन तो महीने का 5x30 = 150 लीटर !

8 महीने का 150x8= 1200 लीटर दूध (प्रति वर्ष एक गाय )

_3 करोड़ गाय प्रति वर्ष काटी जाती है ! आप मान लो दूध देने वाली 1 करोड़ ही हो !

तो 1 गाय एक वर्ष मे 1200 लीटर दूध !

तो 1 करोड़ गाय देंगी एक वर्ष मे देंगी 1200 करोड़ लीटर दूध ! ( ये हमने कम से कम लगाया है )
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तो भईया सरकार की नियत अगर सच मे दूध का उत्पादन बढ़ाने की है कत्लखाने बंद करवाओ ना की ये विदेशी सांडो का आयात करके मूर्खता वाले काम करो ! एक तो सरकार पहले ही विधवा विलाप कर रही है की बजट घाटा इतना बढ़ गया तो क्योंकि फिर फालतू के सांडो को आयात कर विदेशी मुद्रा खर्च कर रही है ??? और दूध उत्पादन बढ़ाने के चक्कर मे बची कूची भारतीय गायों की नस्ल को खराब कर रही है ??

मोदी सरकार मे अगर दम है तो 3 करोड़ 32 लाख 50 हजार एकड़ ज़मीन है गोचर भूमि की बस इसको खाली कर दो।बिना गोचर भूमि के गौमाता की रक्षा नही हो सकती गौमाता चारे के अभाव में भूखी मर है गौशाला के अन्दर सडको पर पालीथीन खा रही है

और सरकार 150 करोड़ देकर चमत्कार कर रही है। गौमता को तुम्हारा अहसान नही चाहिए मोदी जी बस कत्लखाना बंद कर दो और गोचर भूमि खाली करा दो। गौहत्या करने वालो को मौत की सजा दे दो। विदेशी नस्ल को भारत में बंद कर दो।
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हमारे मूर्ख नीति निर्धारकों ने दूध की मात्रा को गौमाता की उपयोगिता का मापदंड बना दिया। भारतीय संस्कृति का इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता था। मित्रो हमने अपनी कमियों को सुधारने की बजाय अपनी गौमाता पर ही कम दूध देने का लांछन लगा दिया। इतिहास गवाह है कि भारत वर्ष में जब तक गौ वास्तव में माता जैसा व्यवहार पाती थीउसके रख-रखाव, आवास, आहार की उचित व्यवस्था थी, देश में कभी भी दूध का अभाव नहीं रहा।

जय गौ माता, जय भारत माता !

हमने अपनी पत्रकारिता का धर्म समझकर पूरा विवरण लिखकर अपना कर्तव्य पूरा कर दिया मित्रो !
अब आप अधिक से अधिक share कर अपना कर्तव्य निभाएँ !


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!Darshan Raana Gau Raksha Dal Crime chief Beuro Punjab
टी छोटी गेया छोटे छोटे ग्वाल 
छोटो सो मेरो मदन गोपाल 

आगे आगे गेया पुसे पिसे ग्वाल 
बीस में मेरो मदन गोपाल
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गोविन्द की प्यारी गोऊ माता 
मेरी प्यारी गोऊ माता 
## मेगाराम चौधरी ##

 Gau Rakshak Darshan Raana Crime Chief Beuro Punjab-9216660786


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