Tuesday, 12 August 2014

Mera Bharat Mahan

लगातार 740 दिन परमाणु बिजली उत्पादन कर भारत ने तोड़ा अमेरिका का रिकॉर्ड
राजस्थान परमाणु बिजलीघर की 5वीं इकाई ने 740 दिन लगातार बिजली बनाकर सोमवार को अमेरिका के लासले लाइटवाटर रिएक्टर का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। ध्यान रहे, रिकॉर्ड उसी अमेरिका का टूटा है, जिसने 1974 में भारत को परमाणु बिजली उत्पादन की टेक्नाेलॉजी देने से मना कर दिया था। अमेरिकन रिकॉर्ड टूटने के बाद खुशी से लबरेज स्टेशन निदेशक ने भास्कर से अपने अनुभव शेयर किए-
विनोद कुमार। स्टेशन निदेशक (रावतभाटा)
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मुझे याद है, जब रावतभाटा की परमाणु बिजलीघर की पहली और दूसरी इकाई को कैनेडियन इंजीनियर 1974 में पोखरण परमाणु विस्फोट के बाद अधूरा छोड़कर चले गए थे। इसके बाद कनाडा और अमेरिका ने हमें अपनी टेक्नोलॉजी देने से इनकार दिया था। लेकिन, हमारे इंजीनियर्स हार नहीं माने और दक्षता का परिचय देते हुए दोनों इकाइयों को पूरा किया। फिर उत्पादन शुरू किया गया। दोनों इकाइयों का बुरा वक्त भी आया, जब ये कभी एक दिन और कभी एक सप्ताह ही उत्पादन कर पाईं, लेकिन आज हमने स्वदेशी तकनीक से कनाडा के एक रिएक्टर को छोड़कर सभी का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
रिकॉर्ड के साथ पूरा किया लक्ष्य
2 अगस्त 2012 को 13.56 बजे जब 5वीं इकाई से हमने बिजली उत्पादन शुरू किया, तब सिर्फ यही सोचा था कि हम एक साल तक बिना रुके बिजली उत्पादन करेंगे। जैसे ही एक साल पूरा हुआ हमारे कर्मचारियों और अधिकारियों का उत्साह बढ़ गया। इसके बाद हमने कैगा परमाणु बिजलीघर के 539 दिन का रिकॉर्ड तोड़ने का लक्ष्य बनाया। लक्ष्य तो पूरा हुआ ही, साथ ही हमने लगातार बिजली उत्पादन का 2 साल का रिकॉर्ड बना डाला। फिर कई रिकॉर्ड टूटे और सोमवार को अमेरिका के लासले लाइटवाटर रिएक्टर के 739 दिन का रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास बना दिया। वानों (वर्ल्ड न्यूक्लियर ऑपरेटर संस्था) के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के निरीक्षण से हमने इस इकाई को सुरक्षा के मापदंडों पर खरा रखा। सबसे ज्यादा 894 दिन का रिकॉर्ड कनाडा के ही पिकरिंग परमाणु रिएक्टर का है। इतने दिन चलाने की अनुमति अंतरराष्ट्रीय मापदंडों से अब मिल नहीं सकती।

Darshan Raana Crime Chief All Punjab Gau Raksha Dal Ludhiana

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